14.09.2021, बऻदॖरप्यथ (भाद्र) ज़ूनॖ पछ (शुक्लॖ पछ) ॴठम (अष्टमी) देवादेव, बॊम्वार (मंगलवार) श्री सप्तर्षी सम्वत 5097, नक्षत्र ज्येष्ठा, राश धनु (सुबॖहॖचि 7.04 बजि प्यठॖ), ऋतु वऺहरात (वर्षा) पगहुक श्राद्ध फाकॖ यी ॳज़्य
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नमस्कार माहरा त्वहि सारिनी म्योन। त्वहि ऒरज़ुव दॊरकॊठ आय बत्तॖ। वुद्यूग करव मुकाम प्रावव
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महामऻरी नाश - मंत्र
जयन्ती मन्गला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वहा स्वधा नमोस्तुते
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कऻशिर्य बटन हॖन्ज़ॖ कॆंह ज़ऻच़ यिम ति - मस्लन :- कौल, कितॖर्य, काश्तकऻर्य, कमज़ाथ, ककव, कोठदार, कताल, चॆचि, च़ोंग, ठसॖ, टुकरॖ, टऻक्य, किस, किसॖर्य, चतॖ, छच़बऺल्य, व्यस्य, ज़ऻलदार, चरऻग्य, नारायण, फोतेदार, सफाया, जोगी, कोठॖ, तबरदार, तुफॖच, तोतॖ, त्योंगल
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कऻशुर ह्यॆछिव कऻशुर पऺरिव कऻशिर्य पऻठ्य पानॖवुन्य कथ बाथ कऺरिव
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नऺविव तॖ फॊलिव
भूषण कौल "दीप"
(बूज़िव ॳज़्युक सबक़ म्यानि ज़्यॆवि ति)
(यि सबक़ वुछिव podcast दऺस्य ति)
https://anchor.fm/bldeep
यि सबक़ वुछिव koshursabak.blogspot.com प्यठॖ ति
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